ओस की बूंदें
बूंदों को भी भय सता रहावे याद करने लगीअपनी दो पलों कीजिंदगी को।क्योंकि अब ओस की बूंदेंसुबहपत्तो और घास पर
Read Moreबूंदों को भी भय सता रहावे याद करने लगीअपनी दो पलों कीजिंदगी को।क्योंकि अब ओस की बूंदेंसुबहपत्तो और घास पर
Read Moreविचलित हूँ मैं!मन के कोने खाली है।छिपती लाली का प्रकाशसदा अँंधेरा कर जाता।बुझती लौ दीपक कीसदा गहन उदासी दे जाती।
Read Moreमेरी हर बात को हँसी में ना उड़ाया करों,अपने ज़ज़्बात को कभी न छुपाया करो।लबों की खामोशी भी सब कुछ
Read Moreलातों के ये भूत हैं मोदी! बातों से ना मान रहेपीठ में छूरा घोंप के बैरी, अपना उल्लू साध रहेमान-मुनौअल
Read Moreअभी – अभी मुल्ला मुनीर कीयमराज से मुलाकात हो गई,बिना किसी बात के तकरार हो गई।यमराज व्यंग्य से बोला –
Read Moreहमारे प्यारे प्रधानमंत्री मोदी जीमेरा प्रणाम स्वीकार कीजिए,और लगे हाथ ये भी बता दीजिएकि आपरेशन सिंदूर से आपनेकौन-सा बड़े काम
Read Moreहम-आप सब जब पिछली रात सोये थेतब देश माकड्रिल की तैयारी में था,अगली सुबह जब हमारी आँख खुलीतब तक आपरेशन
Read More