दशहरा
विजय सत्य की हुई हमेशा हारी सदा बुराई है। आया दशहरे का उत्सव करनी सबकी भलाई है। बुराई को जलाना
Read Moreबच्चे और गुलाब एक जैसे, जैसे पालो बन जाएं वैसे, बच्चे गुलाब की तरह महकें और जग को महकाएं, खिलखिलाती
Read Moreगुरु ने हमको ज्ञान कराया। भीतर का तम दूर भगाया।। हम सब गुरुओं के आभारी। उनकी हम पर सदा उधारी।।
Read Moreहिंदी अपनी भाषा है, अपने सपनों की आशा है, बातें नहीं हम काम करेंगे, गागर नहीं सागर भर देंगे. हिंदी
Read Moreगर्मी के दिन आते ही बड़ी बहन की बाते याद आती है |बचपन मे गर्मियों की छुट्टियों मे नाना -नानी
Read Moreजय विजय की रचनाकार अंजु गुप्ता की सुपुत्री श्रेया गुप्ता ने अपने ग्रीष्मावकाश के दिनों में खाली समय का सदुपयोग
Read Moreबहुत समय पहले की बात है, चंदनपुर गाँव में जयवीर नाम का एक किसान रहता था। वह बहुत दयालू, दानवीर
Read Moreनरेश कक्षा आठवीं का छात्र था। उसकी दो बहनें थीं- जयंती और नंदनी। वह सबसे छोटा था। माँ-बाप खेती-किसानी करते
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