मोहन का बछड़ा
मोहन अपना छोटा बछड़ा, एक दिवस ले खेत गया, इधर-उधर वह लगा खेलने, खेलते-खेलते चौंक गया. मक्खी एक बड़ी तेजी
Read Moreमोहन अपना छोटा बछड़ा, एक दिवस ले खेत गया, इधर-उधर वह लगा खेलने, खेलते-खेलते चौंक गया. मक्खी एक बड़ी तेजी
Read Moreदिन भर खेलता खूब मुरारी, कभी न पढ़ता-लिखता था, इधर-उधर घूमा करता वह, काम न कोई करता था. एक बार
Read Moreओ३म् आज का युग आधुनिक युग कहलाता है जहां क्या वृद्ध, क्या युवा और क्या बच्चे, सभी पाश्चात्य संस्कारों में
Read Moreए जी स्वेटर नीला है- (2) तेरी कमीज का रंग प्यारे चुन्न-मुन्न पीला है- (2) दो आम दशहरी हैं-
Read Moreफूल हैं खिलते रंग-बिरंगे, मौसम होता है जब अच्छा, दिल सबका खुश होता देख के, लाल गुलाब का प्यारा गुच्छा.
Read Moreएक पेड़ के नीचे बैठा, हाथी था एक बहुत बड़ा, उसे सोच में बैठा देखकर, बंदर झट से बोल पड़ा.
Read Moreची-ची करती आयी चिड़ियॉ कॉव-कॉव करते कौआ गूटरू गूँ करते कबूतर रिपू-रिपू तोता बागो मे कोयल की कूँक पक्षीयों के
Read Moreपूरब से जो उगता है और पश्चिम में छिप जाता है। यह प्रकाश का पुंज हमारा सूरज कहलाता है।। रुकता
Read Moreहमसे है धरती की रौनक, हम धरती की शान हैं हम भारत के नन्हे सेवक, भारत देश महान है-
Read Moreप्यारे बच्चो, जय हिंद, पिछले साल हमने कविता और काव्यमय कहानियों की न केवल चर्चा ही की थी, बल्कि कविता
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