व्यंग्य – आकस्मिकता
‘आकस्मिकता’ एक सौ एक प्रतिशत आकस्मिक है। वह किसी को भी इस बात के लिए संकेत नहीं देती कि वह
Read More‘आकस्मिकता’ एक सौ एक प्रतिशत आकस्मिक है। वह किसी को भी इस बात के लिए संकेत नहीं देती कि वह
Read Moreहमारा एक मात्र धर्म अहिंसा परमो धर्म है इस बात को हम तन मन से स्वीकार ही नहीं करते हैं
Read Moreमैं इससे पहले पेट दर्द , सिर दर्द , कमर दर्द , घुटनों का दर्द , दिल का दर्द ,
Read Moreबात चाहे कोई भी हो , किसी भी विषय पर हो ,किसी से भी संबंधित हो , देश की हो
Read Moreसचमुच मित्र क्या होता है?यह पूरी तरह मैं आज ही समझ पाया,गुस्से के साथ खूब आनंद भी आया।मानिए न मानिए
Read Moreअभी अभी मेरे मित्र यमराज पधारे खुश इतना थे जैसे तोड़ लिए हों चाँद तारे।मैंने हमेशा की तरह प्यार से
Read Moreजब देखो जब इनको तिरस्कार की नजर से गुजरना पड़ता है कोई इन्हें बेवड़ा , शराबी , दारुड़िया , पियक्कड़
Read Moreदुनिया में लोग मृत्यु को रहस्य कहते है। एक व्यंग्यकार की दृष्टि से मुझे तो यह संसार का सबसे बड़ा
Read Moreइस असार संसार में ऐसा भी बहुत कुछ विद्यमान है , जो ससार है,सारवान है।ऐसे ही सारवानों में एक शब्द
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