धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

आत्मा के जन्म-मरण व जीवन का न आरम्भ है और न अन्त है

ओ३म् मनुष्य संसार में जन्म लेता है, कर्म करता है, शैशव, बाल, किशोर, युवा, प्रौढ़ तथा वृद्धावस्थाओं को प्राप्त होता

Read More
धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

हमें अपना जीवन तथा सुख व दुःख सृष्टिकर्ता ईश्वर से मिलते है

ओ३म् हम मनुष्य कहलाते हैं। हमारा जन्म हमारे माता-पिता की देन होता है। माता-पिता को हमें जन्म देने व पालन

Read More