बाल कविता

तीन बाल मुक्तक

ये दुनिया खुशियों का मेला ,
इसमें भरना नहीं झमेला ,
उससे मिलना ख़ुशी ख़ुशी से ,
जो मानव होवे अलबेला।

जोर लगा के आगे बढ़ना ,
सदा जीत की सीढ़ी चढ़ना,
पथ में कांटे बहुत मिलेंगे ,
पर तुम फूल महकते पढ़ना।

सच कहना औ सच ही सुनना ,
अच्छी बातें मन में गुनना ,
सच मिथ्या में जब चुनाव हो ,
तुम हरदम सच को ही चुनना।

— महेंद्र कुमार वर्मा

महेंद्र कुमार वर्मा

द्वारा जतिन वर्मा E 1---1103 रोहन अभिलाषा लोहेगांव ,वाघोली रोड ,वाघोली वाघेश्वरी मंदिर के पास पुणे [महाराष्ट्र] पिन --412207 मोबाइल नंबर --9893836328