कविता वत्सला सौम्या समरकोन 07/01/2021 जज़्बात, दूरियाँ, पहली गज़ल, शायर दूरियाँ हर दिल में हो या, ना भी हो इक शायर जो, जागेगा जब मिले तो इक हमसफ़र इन अखियों को Read More