माँ
कितनी आशीष अपने आँचल से निकाल जाती है कैसी भी मुसीबत हो, माँ संभाल जाती है। मैं कितना भी मुस्कराने
Read Moreग़ज़ल (सपने खूब मचलते देखे) सपनीली दुनियाँ मेँ यारो सपने खूब मचलते देखे रंग बदलती दूनियाँ देखी, खुद को रंग
Read Moreमाता मम्मी अम्मा कहकर बच्चे प्यार जताते थे मम्मी अब तो ममी हो गयीं प्यारे पापा डैड हो गए
Read Moreकिसकी कुर्वानी को किसने याद रखा है दुनिया में जलता तेल औ बाती है कहते दीपक जलता है पथ
Read Moreसुबह सुबह अफ़रा तफ़री में फ़ास्ट फ़ूड दे देती माँ तुम टीचर क्या क्या देती ताने, मम्मी तुमको क्या
Read Moreगर दवा नहीं है दर्द की तुझ पे दिल में दर्द जगाता क्यों है जो बीच सफर में साथ छोड़
Read More