लघुकथा

लघुकथा : रिश्ता बंधन का

पहले अरेंज मैरिज, फिर प्यारी सी पति के साथ लव स्टोरी की सोच रखने बाली लडकी अपने खून के हर रिश्ते को छोडकर आती है………

वही पति अपने खून के रिश्ते निभाने की खातिर कास्टिंग शूरू होते ही कहानी का the end कर देता है।

बच्चों के बीच उलझी कहानी को आज बेटी ने सारांश दे दिया…….. ….. पापा आप दुनिया के सबसे प्यारे पापा हो,,, पर अच्छे पति नही बन सके।

— किन्तु रजनी विलगैंया

रजनी बिलगैयाँ

शिक्षा : पोस्ट ग्रेजुएट कामर्स, गृहणी पति व्यवसायी है, तीन बेटियां एक बेटा, निवास : बीना, जिला सागर

One thought on “लघुकथा : रिश्ता बंधन का

  • लीला तिवानी

    प्रिय सखी रजनी जी, अति सुंदर व मार्मिक लघु कथा के लिए आभार.

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