भजन/भावगीत

आई तीजों प्यारी आई

हरियाली तीज

राधे झूला झूलन आई, झोंटे देवत कन्हाई
झोंटे देवत कन्हाई, आई तीजों प्यारी आई-राधे झूला झूलन———-

 

1.राधे सज-धज झूलन आई, लाल चुनरिया शीश सजाई
कान्हा प्यारे के मन भाई, झोंटे देवत कन्हाई-झोंटे देवत कन्हाई——-
2.सखियों ने मेहंदी घोली, मेंहदी राधे हाथ रचाई
कान्हा प्यारे के मन भाई, झोंटे देवत कन्हाई-झोंटे देवत कन्हाई——-
3.सखियां चूड़ी कंगना लाईं, सज गई राधे की गोरी कलाईं
कान्हा प्यारे के मन भाई, झोंटे देवत कन्हाई-झोंटे देवत कन्हाई——-
4.सखियां मोती माला लाईं, राधे कंठन पर सजाईं
कान्हा प्यारे के मन भाई, झोंटे देवत कन्हाई-झोंटे देवत कन्हाई——-
5.सखियां पायल-बिछुए लाईं, सज गई राधे के पैयां पहनाईं
कान्हा प्यारे के मन भाई, झोंटे देवत कन्हाई-झोंटे देवत कन्हाई——-
6.दोनों हिलमिल तीजों मनाएं, सखियां खुश हो झूमें गाएं
राधे-श्याम की जय-जय बुलाएं, आई तीजों प्यारी आई-राधे झूला झूलन———-

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244

6 thoughts on “आई तीजों प्यारी आई

  • अर्जुन सिंह नेगी

    बेहद सुन्दर रचना हरयाली तीज की बधाई

    • लीला तिवानी

      प्रिय अर्जुन भाई जी, आपको भी सपरिवार तीजों की बधाई. अति सुंदर व सार्थक प्रतिक्रिया के लिए आभार.

  • मनमोहन कुमार आर्य

    रचना पढ़कर लगा कि आपने अपनी भावनाओं को बखूबी शब्दों में भरा है जिससे वह हम पाठकों तक पहुँच कर गीत की शक्ल में कानों में मधुरता के साथ सजीव संगीत की ध्वनि कर रहें हैं। बहुत अच्छी कविता वा भजन के लिए हार्दिक धन्यवाद् आदरणीय बहिन जी।

    • लीला तिवानी

      प्रिय मनमोहन भाई जी, अति सुंदर, प्रोत्साहक व सार्थक प्रतिक्रिया के लिए आभार.

  • गुरमेल सिंह भमरा लंदन

    लीला बहन , भजन, अत्ति सुन्दर है .

    • लीला तिवानी

      प्रिय गुरमैल भाई जी, अति सुंदर व सार्थक प्रतिक्रिया के लिए आभार.

Comments are closed.