क्षणिका

क्षणिका : नारी

पुरजोर से
करे रुदन
वो बन ठूँठ
फैला रीती बाँहें
कहे पुकार –
बँद करो अत्याचार !
ताकि जन्मे…
इस ठूँठ में
नवजीवन
नई उम्मीद !

अंजु गुप्ता

*अंजु गुप्ता

Am Self Employed Soft Skill Trainer with more than 24 years of rich experience in Education field. Hindi is my passion & English is my profession. Qualification: B.Com, PGDMM, MBA, MA (English), B.Ed