गीतिका/ग़ज़ल

सामने वो अगर नही आता

सामने वो अगर नही आता
चैन फिर रात भर नही आता

कुछ किये बिन बुलंदियाँ पा लूँ
मुझको ऐसा हुनर नही आता

मुफ़लिसी का पता चला जबसे
कोई अपना इधर नही आता

जोहते बाट थक गयीं आँखे
घर पे लख्ते जिग़र नही आता

जो कि अपनों तलक रहे सीमित
उस दुआ में असर नही आता

जबसे पाबंदियाँ लगीं उस पर
चाँद छत पर नज़र नही आता

वक्त की क़द्र कीजिये बंसल
ये कभी लौटकर नही आता

सतीश बंसल
३१.०८.२०१८

*सतीश बंसल

पिता का नाम : श्री श्री निवास बंसल जन्म स्थान : ग्राम- घिटौरा, जिला - बागपत (उत्तर प्रदेश) वर्तमान निवास : पंडितवाडी, देहरादून फोन : 09368463261 जन्म तिथि : 02-09-1968 : B.A 1990 CCS University Meerut (UP) लेखन : हिन्दी कविता एवं गीत प्रकाशित पुस्तकें : " गुनगुनांने लगीं खामोशियां" "चलो गुनगुनाएँ" , "कवि नही हूँ मैं", "संस्कार के दीप" एवं "रोशनी के लिए" विषय : सभी सामाजिक, राजनैतिक, सामयिक, बेटी बचाव, गौ हत्या, प्रकृति, पारिवारिक रिश्ते , आध्यात्मिक, देश भक्ति, वीर रस एवं प्रेम गीत.