मुक्तक/दोहा

मिला जो वक्त थोड़ा-सा गुजारो आज मस्ती में

हंसी मिलती नहीं है रेल से,
हंसी मिलती नहीं पनवेल से
न ईर्ष्या-द्वेष से मिलती कभी भी
हंसी आती नहीं है तेल से ।

अगर मस्ती हो जीवन में,सदा ये मुस्कुराएगी,
अगर दिल साफ हो तो हंसी खुद ही चलकर आएगी,
मम्मी-पापा-बीबी-बच्चे संग लगते बहुत अच्छे
गुजारें वक्त थोड़ा संग, जिंदगी खिलखिलाएगी

— सुरेश मिश्र

सुरेश मिश्र

हास्य कवि मो. 09869141831, 09619872154