कविता

*गौ राष्ट्र की भाग्य विधाता*

*गौ राष्ट्र की भाग्य विधाता*
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गौ है करुणामयी माता,
गौ से है जिन्दा है इंसान,
गौ राष्ट्र की भाग्य विधाता,
गौ है राष्ट्र के प्राण।

जहां गौ माता रभाती ,
उस जगह खुशियां आती,
ममता मयी गाय के कारण,
पास न आते कोई रोग।

गाय का दूध अमृत है,
और पंचगव्य है खान,
गौ अवध्य है मंगलमूर्ति है,
मत लो इसकी जान।

अब भी समय है हो सावधान,
गौ वंश बचाना है,
राष्ट्र में समृद्धि लानी है तो,
राष्ट्र माता गौ माता को बनाये।।
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कालिका प्रसाद सेमवाल
मानस सदन अपर बाजार
रूद्रप्रयाग उत्तराखंड

कालिका प्रसाद सेमवाल

प्रवक्ता जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान, रतूडा़, रुद्रप्रयाग ( उत्तराखण्ड) पिन 246171