क्षणिका

5 अत्यंत विशिष्ट क्षणिकाएँ

1.
 
नेता
जिसे न शुद्ध-शुद्ध
लिखने आये,
न बोलने आवे,
न सुकृत्य कर पाए,
दरअसल
यह अव्याकरणाचार्य नहीं,
‘नेता’ कहलाते हैं !
 
2.
 
पु और रूस
क्या सभी पुल्लिंग
‘रूस’ में पैदा हुए हैं,
क्योंकि इस शब्द का
एक पर्यायवाची
‘पुरुष’ में पु माने पुल्लिंग
और रुष माने रूस भी है !
सच्ची में क्या ?
 
3.
 
चश्मे
मैं ‘दूसरे’ के चश्मे से
‘तीसरे’ का
मूल्यांकन नहीं करता
और फिर खुद ‘मैं’
चश्मा नहीं लगाता !
 
4.
 
फेसबुक पर नहीं
शुभ संध्या !
फेसबुक अभी खोला,
तो यह पेज अभी देखा !
खेद है, फिर कभी !
मैं फेसबुक पर
कार्यालय अवधि में नहीं रहता !
दोनों जब एक्टिविस्ट हैं,
तो मिलना-जुलना तो होगा ही !
 
5.
 
आई गई
आठ घंटे के बाद बिजली आयी,
दो घंटे रहकर
फिर चली गई,
फिर आयी है….
बिहार में कुछ माह के बाद चुनाव है
यानी आयी, गई, आयी, गई….

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.