संस्मरण

विजया दशमी

विजया दशमी । साल 2017 के दशहरे का दिन । दुर्गा पूजा का आख़िरी दिन। ‘माँ हमें शक्ति और बुद्धि दोनों प्रदान करो’ की शब्दजाप लिए श्रद्धालु आशीष माँगते रहे !
इस दिन हम प्रतीक रूप में रावण, कुम्भकर्ण, मेघनाद जैसे बुराइयों को श्रीराम, श्रीलक्ष्मण, श्रीहनुमान इत्यादि अच्छाइयों के प्रतीकों से ‘होम’ कराते हैं ! बुराइयों का अंत हो, हमारा ध्येय भी तो यही है ।
कोई धर्म भी ट्रैफिक नियमों की भाँति है, जिसतरह से भारत में हम सड़क की बाँयी ओर चलते हैं, ताकि वाहन आदि के दुर्घटना से बचा जा सके ! उसी भाँति धर्म हमें संस्कृति को धारण करने की सीख देता है ।
सूर्य का धर्म ताप देना, धरती का धर्म हरीतिमा प्रदान करना है…. हमारा धर्म भी राष्ट्र को बचाते हुए अपने नागरिकों को बचाना है…..

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.