इतिहास

डॉ. के.आर. नारायणन जन्मशती

पूर्व राष्ट्रपति डॉ. के.आर. नारायणन के जन्मदिवस पर सादर नमन और विनम्र श्रद्धांजलि ! भारत के 10वें, किन्तु SC समुदाय से प्रथम राष्ट्रपति डॉ. कोचेरिल रमन नारायणन का जन्म केरल के एक बेहद गरीब परिवार में 27 अक्टूबर 1920 को हुआ था।

वे लन्दन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स, दिल्ली स्कूल ऑफ स्कूल आदि के छात्र भी रहे तथा कई उपाधियाँ हासिल की । मेधावृत्तिका पर विदेशगमन और वहाँ से डिग्री लेने के बाद सिफारिशी चिट्ठी लिए भारत वापस आने के बाद प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू से भेंट किए, प्रथम मुलाकात पर ही उन्हें ‘भारतीय विदेश सेवा’ में नियुक्ति मिली, वे कई देशों के राजदूत भी रहे।

उसी क्रम में बर्मा (म्यामांर) में एक विदुषी महिला सुश्री टिंट टिंट से मुलाकात हुई और यह भेंट शादी में बदल गयी । श्रीमती टिंट टिंट ने अपना भारतीय नाम उषा नारायणन रख ली । वे सांसद, जे.एन.यू. के वी.सी., केंद्रीय मंत्री, उपराष्ट्रपति और फिर राष्ट्रपति रहे ! अब वे इस दुनिया में नहीं है, किन्तु उनकी पहल कई मायने में महत्त्वपूर्ण हैं।

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.