लघुकथा

अब सिर्फ यादें !

उच्च विद्यालय, मनिहारी में सहायक रहे ‘रवि’ की पहली पुण्यतिथि ! नवाबगंज चौक से मनिहारी जाते समय कई बार, फिर दो-चार बार कटिहार जाने के क्रम में उनके बाइक पर उनके पीछे बैठे – बैठे मुझे ऊर्जस्विन ऊष्मा लिए उनके साथ की यात्रा खूब गुदगुदाता था, अब 17 तारीख से ही रुला रहा है । श्री नूर आलम साहब के फेसबुक पोस्ट से ही मैं जान पाया था कि हाईस्कूल, मनिहारी के कार्यालय सहायक व सहकर्मी श्री रवि कुमार इस दुनिया से कूच कर गए हैं … तन और मन में क्रन्दन ही क्रन्दन समा गए । स्व. दीनानाथ मंडल के अत्यंत मृदुभाषी सुपुत्र रवि कुमार की उम्र ही क्या थी ? आनेवाले 30 तारीख को 36 वर्ष पूर्ण करते यानी वे 35 भी पूर्ण नहीं कर पाए ! अब वे यादों में ही मुझे ‘पाल भैया’ कह पाएंगे ! उनकी पहली पुण्यतिथि पर शुभेच्छा लिए यही कहना है, परमशक्ति उनके परिवार को सदैव संबल प्रदान करते रहेंगे !

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.