कविता

दर्शन जिंदगी

स्त्री-पुरुष
दोनों ही क्रमश:
ब्रह्मचारिणी
और ब्रह्मचारी रहे हैं !
ज़िन्दगी कैसी जीनी है,
सबके अलग-अलग
दर्शन हैं,
हस्तक्षेप कैसा ?
××××
हर रंग में तू
खुशरंग दिखती है;
तुम्हारी साफ़गोई में
प्रेम छलकती है !
फिर मैं बहक रहा हूँ,
तो बहकने दो न !
××××
स्त्री-पुरुष की पूर्णता
‘अर्द्धनारीश्वर’ बनने में है !
वैज्ञानिक भाषा में
दोनों के बीच
आकर्षण (सहवास)
सिर्फ़ हार्मोनिक है ?
××××
तुम किसी की हो,
उनसे मेरा मतलब नहीं;
मेरा मतलब
सिर्फ तुमसे है,
तेरी इश्क से है !
होठों से छू लो तुम,
मेरा गीत अमर कर दो !
××××
इक कबूतरी संग
कर गुटरगूँ;
कि गौरेया बन
इश्क रचाऊँ !
जानम समझा करो !
××××
ख्वाहिशों को
अंज़ाम देने के लिए,
ज़द्दोज़हद क्या
मायने रखते हैं ?
जब इश्क किया,
तो डरना क्या ?
××××
मैंने प्यार करके
‘चेन’ (चैन)
खोला (खोया) !
हमारे यहाँ
पैंट की जिप को
‘चेन’ भी कहते हैं !
सॉरी ?
××××
जिस धर्म में
ऊंची जाति
और नीची जाति की
अवधारणा हो
तथा रोटी-बेटी का
सम्बंध न हो,
वो धर्म ‘धारण’ हेतु
या ‘गर्वता’ लिए
हो सकता है ?
××××

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.