स्वास्थ्य

स्वास्थ्य वर्धक खान पान से कोरोना को मात दें

ये कोरोना की महामारी ऐसे जल्दी से जाने वाली लगती नहीं, आदत ड़ाल लो इसके साथ जीने की। पर कुछ आदतों को अपना कर चलेंगे तो घबराएं बिना इलाज संभव होगा। सबसे पहले कोरोना नाम से घबराएं बिना सकारात्मक सोच रखें कि मरना नहीं इस वायरस को मारना है। कुछ लोग लड़ने से पहले ही हार जाते है। कोरोना से जूझने के लिए दवा और दुआ के साथ स्वास्थ्य वर्धक खान-पान और घरेलू उपचार बहुत मायने रखता है। शरीर में रोग-प्रतिकारक शक्ति को बढ़ावा देने कि जरुरत है। सबसे पहले तो ढ़ेर सारा शुद्ध पानी पिएं वो भी हल्का गुनगुना, हो सके तो सौंठ ड़ालकर। साथ में नींबू शर्बत, देशी गुड़ को एक घंटा पानी में भिगो कर रख दें, फिर नींबू निचोड़ कर शर्बत बना लें और दिन में दो तीन ग्लास पी लें, बुखार की वजह से जो कमज़ोरी आ जाती है उसमें राहत मिलेगी। साथ में बाजरे की राब अजवायन, सौंठ और काजू बादाम की कतरन डालकर पिएं। मुसंबी जूस और नारियल पानी भी लें। हर तरह के फ्रूट्स खाएं ड्राय फ्रूटस खाएं अपनी सेहत को जो अनुकूल हो सब डाॅक्टर की सलाह अनुसार खाएं।
अजवायन, कपूर और लोंग को मलमल के कपड़े में भरकर पोटली बना लें और दर्दी के सिरहाने रख दें, और बार,बार सूंघते रहे सर दर्द और शर्दी में राहत महसूस होगी। साथ में हल्दी अजवायन और सौंठ वाला गर्म दूध भी अक्सीर रहेगा। तुलसी पत्तें भी चबाते रहें।
और सबसे अहम बात बुखार कि वजह से और कोरोना कि वजह से जीभ से स्वाद और नाक से खुशबू चली जाती है, इस वजह से दर्दी खाना छोड़ देता है, जो ये बहुत गलत बात है। कोरोना का काम आपके शरीर की रोग-प्रतिकारक शक्ति ख़त्म करने का ही है, जिसे मात देने के लिए हेल्दी खान-पान लेना बहुत जरूरी है। दाल, चावल, सब्ज़ी, रोटी के साथ शीरा, सलाद, धनिया पुदीने की चटनी, पतली छाछ, हर तरह की दाल, वेजिटेबल पुलाव, उपमा और वेजिटेबल सूप लेना चाहिए। मुंग का पानी और खिचड़ी के साथ जो दर्दी को अच्छा लगे खाना चाहिए क्यूँकि हाई डोज़ दवाईयों के सामने खुराक पानी सही होगा तभी बिमारी को जल्दी मात देने में कामयाब होंगे। कोरोना को बिलकुल हल्के में ना लें, ये हमारे शरीर के हर एक अंदरूनी अवयव पर असर करता है। बार-बार हाथ धोएं, सेनेटाइज़ करें और मास्क पहनकर रखें। डाॅक्टर कि दी हुई एक-एक दवाई समय पर खाएं और हर हिदायत का पालन करें। अब इस महामारी के साथ जीने कि आदत सबको ड़ालनी है पर कोरोना से घबराने कि बजाय हमें सामने दवाई और खुराक से वार करना है, ताकि इस दुश्मन को हराकर हम जल्दी से निजात पा सकें।
— भावना ठाकर

*भावना ठाकर

बेंगलोर