क्षणिका

निलंबित कर्मचारी

कोई भी नियोक्ता
अपने निलंबित कर्मचारियों को
जीविकोपार्जन राशि
प्रदान करते हैं,
पर बिहार सरकार
‘निलंबित’ शिक्षकों को
धमका रहे हैं !
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8 लाख रुपये तक
सालाना आमदनीवाले
सामान्य वर्ग भी
गरीब नहीं है,
तो 16 लाख रुपये तक
वार्षिक आयवाले
आरक्षित वर्ग भी
गरीब नहीं हैं !
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जनवरी से
वेतन बंद होने के कारण
बिहार के कई
‘नियोजित शिक्षकों’ के
घर में खाने के लाले…..
××××
हमारे यहाँ सत्तू
खाने का पर्व है,
किन्तु मैं तो
सालों भर
सत्तू खाता हूँ !
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बिहार का शिक्षा विभाग
नियोजित शिक्षकों के बीच
‘फूट डालो
और शासन करो’ की नीति
अपनाकर
अंग्रेज बनने की
कोशिश में है !
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प्रधानमंत्री कहते हैं,
किसी को नौकरी से
नहीं निकालने हैं,
पर सरकार
नियोजित शिक्षकों को
भारी संख्या में
निलंबित कर चुके हैं !
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डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.