बाल कविता

लोरी

सोजा री मेरी राजदुलारी,
लोरी सुनाऊं तुझे गोदी में उठाऊ मेरी राज दुलारी।

मेरी राधा प्यारी तुझे निंदिया आए तू सोजा री,
वृषभानु दुलारी मैया की प्यारी तू सोजा री मेरी राजदुलारी

यशोदा सुलाए कन्हैया भी सोए,
मां लोरी सुनाए ऐसी की निंदिया आ जाए मेरी राजदुलारी ।

लोरी के बिना कौन सी बात सुनाऊ मेरी प्यारी राज दुलारी,
मां की ममता भरी लोरी में नींद ले मेरी राजदुलारी।

विक्रम
कांगड़ा हिमाचल प्रदेश

*डॉ. राजीव डोगरा

भाषा अध्यापक गवर्नमेंट हाई स्कूल, ठाकुरद्वारा कांगड़ा हिमाचल प्रदेश Email- Rajivdogra1@gmail.com M- 9876777233