कविता

अग्निवीर बन जाओ तुम

अग्निवीर बन जाओ तुम उठो जागो और भागो तुम सुख,चैन को त्यागो तुम देशहित में मर मिटने को अग्निवीर बन जाओ तुम आपस मे लड़ने से बेहतर देश के काम आओ तुम देकर अपना खून देश को अग्निवीर बन जाओ तुम दुश्मनो से टक्कर लेने सीमा पर डट जाओ तुम दुश्मन को मार भगाकर अग्निवीर […]

कविता

मिलकर उन्हें नमन करें..!!

आओ मिलकर उन्हें करें नमन जिनके लिए सब कुछ है वतन..! देश की रक्षा के लिए जिन्होंने निछावर कर दी तन और मन…!! घर से दूर वतन के लिए लड़ते मुश्किलों से लड़कर आगे बढ़ते..!! देकर दुश्मनों को जंग में मात भारत माँ की हिफाजत करते..!! सरहद में दुश्मन से टक्कर लेते तिरंगे को कभी […]

कविता

आजादी

सोने के इस चिड़िया को अंग्रेजों ने जब देखा, हुए लालायित पाने को जाल गुलामी का फेंका..!! देश हमारा ,सबसे प्यारा, सोने की थी चिड़िया.! अंग्रेजों ने गुलामी की, जंजीरों में जकड़ लिया..!!! गुलामी के जंजीरों में, जकड़ा हुआ था जब भारत..! आजादी के लिए लड़ाई, चलती रही तब अनवरत!!! अंग्रेजों ने किसानों पर, गजब […]