कविता

तुम मिले….

तुम मिले जिंदगी संवर गई

गुनगुनी धूप और भी निखर गई

बहुत दिनो बाद मन मे खिली पंखुड़ियां मोगरे की

यूं लगा सारी जड़ता जीवन की सिफर गई !!

***भावना सिन्हा***

डॉ. भावना सिन्हा

जन्म तिथि----19 जुलाई शिक्षा---पी एच डी अर्थशास्त्र

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