कविता

हिन्दी भाषा …

हिन्दी भाषा पे अपनी मान हमें होना चाहिए !
मातृभाषा है हमारी यह समझना चाहिए !
माना अंग्रेजी भाषा भी हमें आनी चाहिए !
इसके लिए हिन्दी क्या हमें यूं भुलानी चाहिए !
अपने ही देश में गर अपनी भाषा को सम्मान ना मिलेगा !
सोचो स्वदेशी अपनाओ का नारा कैसे लगेगा !
कुछ बातों कुछ चीज़ों का चलो बहिशकार करें !
समाज में देश में हिन्दी का हम सम्मान करें !
यूं कब तक अधूरे अधूरे से हम जीते रहेंगे !
थोड़ी हिन्दी थोड़ी अंग्रेज़ी में यूंही बंटे रहेंगे !
सिर्फ हिन्दी दिवस मनाने से अब कुछ ना होगा !
ठोस कदम इस और अब सबको उठाना होगा !
हर सरकारी काम में भी अपनी भाषा को लाना होगा !
हर देश में होता यही है हमको भी यह समझना होगा !
मिलकर आवाज़ को अपनी अब तो बुलन्द करना होगा !
नई पहचान बनाकर अपने देश का गौरव बढ़ाना होगा !
भारतीय हैं हम सबका सम्मान करना जानते हैं !
फिर क्यूं अपनी भाषा से हम रह रहकर मुंह मोड़ते हैं !!!
कामनी गुप्ता ***

कामनी गुप्ता

माता जी का नाम - स्व.रानी गुप्ता पिता जी का नाम - श्री सुभाष चन्द्र गुप्ता जन्म स्थान - जम्मू पढ़ाई - M.sc. in mathematics अभी तक भाषा सहोदरी सोपान -2 का साँझा संग्रह से लेखन की शुरूआत की है |अभी और अच्छा कर पाऊँ इसके लिए प्रयासरत रहूंगी |

4 thoughts on “हिन्दी भाषा …

  • सतीश बंसल

    बहुत खूबसूरत रचना.. बधाई आपको..

    • कामनी गुप्ता

      Dhanyabad ji

  • नीरज पाण्डेय

    बहुत ही सुंदर विचार, बहुत ही सुंदर पंक्तियाँ। लाजवाब

    • कामनी गुप्ता

      Shukriya ji

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