समाचार

आईना बोलता है

एक समाचार के अनुसार, इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने ऊ(त) प्रदेश सरकार से पूछा है कि उसने किस नियम-कानून के तहत लो.नि.वि. मंत्री शिवपाल यादव को राज्य भंडारण निगम का अध्यक्ष नियुक्त किया है।

राज्य सरकार का क्या उत्तर होगा ? आइये कुछ अटकलें लगाते हैं :

1. नियम कानून ? वह भी कुछ होता है क्या?
2. जिस नियम कानून के तहत “नेताजी’ (नही, सुभाष बाबू नहीं) ने अपने ही पूत को प्रदेश का मुख्यमंत्री बना दिया ।
3. अरे साहब, अब लो.नि.वि. मंत्री से अच्छा (कमाई का) भंडारण करने का तज़ुर्बा और किसके पास होगा ।
4. वे, मुख्य मंत्री के रिश्तेदार हैं, इस नियम से।
5. परिवार में कुत्ता-बिल्ली और गाय-भैंस को छोड़ कर और कोई यादव बचा ही नहीं है तो क्या करते !

जनता जनार्दन से और सुझाव आमंत्रित हैं। आइये हम सब मिलकर सरकार की नइया पार लगाएँ। उसकी जरूरत पर उसके काम आएँ। आखिर वह भी तो हमारी जरूरतों से अपना काम निकालती रही है !

मनोज पाण्डेय 'होश'

फैजाबाद में जन्मे । पढ़ाई आदि के लिये कानपुर तक दौड़ लगायी। एक 'ऐं वैं' की डिग्री अर्थ शास्त्र में और एक बचकानी डिग्री विधि में बमुश्किल हासिल की। पहले रक्षा मंत्रालय और फिर पंजाब नैशनल बैंक में अपने उच्चाधिकारियों को दुःखी करने के बाद 'साठा तो पाठा' की कहावत चरितार्थ करते हुए जब जरा चाकरी का सलीका आया तो निकाल बाहर कर दिये गये, अर्थात सेवा से बइज़्ज़त बरी कर दिये गये। अभिव्यक्ति के नित नये प्रयोग करना अपना शौक है जिसके चलते 'अंट-शंट' लेखन में महारत प्राप्त कर सका हूँ।