कविता

नव भौर में नव गीत लिख…

नव भौर में नव गीत लिख
कुछ प्रेम लिख कुछ प्रीत लिख।
मत हार इसको तम की लिख
पर रोशनी की जीत लिख॥

उम्मीद की किरणें नई
आशा नई मनमीत लिख।
कुछ चाहतों की बात लिख
धडकन का नव संगीत लिख॥

नव मंजिलों की बात कर
दिल के नये अहसास लिख।
जो दूर है अपने तेरे
उनको हृदय के पास लिख॥

अपनें विचारों की धरा पर
सपनों का आकाश लिख।
चल धडकनों की बात सुन
स्वयं के लिये कुछ खास लिख॥

ईश्वर नमन में सर झुका
उसमें सबल विश्वास लिख।
रख आस्था बस सत्य में
सत्कर्म सबसे खास लिख॥

सतीश बंसल

*सतीश बंसल

पिता का नाम : श्री श्री निवास बंसल जन्म स्थान : ग्राम- घिटौरा, जिला - बागपत (उत्तर प्रदेश) वर्तमान निवास : पंडितवाडी, देहरादून फोन : 09368463261 जन्म तिथि : 02-09-1968 : B.A 1990 CCS University Meerut (UP) लेखन : हिन्दी कविता एवं गीत प्रकाशित पुस्तकें : " गुनगुनांने लगीं खामोशियां" "चलो गुनगुनाएँ" , "कवि नही हूँ मैं", "संस्कार के दीप" एवं "रोशनी के लिए" विषय : सभी सामाजिक, राजनैतिक, सामयिक, बेटी बचाव, गौ हत्या, प्रकृति, पारिवारिक रिश्ते , आध्यात्मिक, देश भक्ति, वीर रस एवं प्रेम गीत.