ग़ज़ल : होली
मन से मन भी मिल जाये , तन से तन भी मिल जाये प्रियतम ने प्रिया से आज मन
Read Moreमन से मन भी मिल जाये , तन से तन भी मिल जाये प्रियतम ने प्रिया से आज मन
Read Moreभागा रे भागा रे देखो दारु बाला कर गया हाय कैसा घोटाला । ओवेसी के मुँह पर लग गया ताला
Read Moreसभी ओर मचा होली का ही तो है बवाल ऐसे में आ रे नटखट उड़ा तू प्रेम गुलाल काहे पीछे
Read Moreओ३म् प्रेरक प्रसंग देहरादून में हमारे एक पुस्तक प्रेमी ऐसे मित्र हैं जिनका अपना निजी पुस्तक संग्रह देहरादून में सर्वाधिक
Read More“अरे भाई भोलानाथ कँहा चल दिए इतनी जल्दी में ?” नत्थू ने एक हाथ में रोटी का टिफन दूसरे हाथ
Read Moreओ३म् हमारे एक लेख में आर्यसमाज की प्रथम पीढ़ी के गीतकार मेहता अमींचन्द जी का नाम आया था। लेख पर
Read Moreहंसते खेलते बंटी के बचपन पर तो जैसे कभी खत्म न होने वाले दुखों का पहाड़ टूट पड़ा था। पिता
Read Moreओ३म् वैदिक साधन आश्रम तपोवन, देहरादून में 21 दिवसीय चतुर्वेद परायण यज्ञ निर्विघ्न सम्पन्न वैदिक साधन आश्रम तपोवन, देहरादून में
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