गीतिका/ग़ज़ल

आसमां से

आसमां से मेरे जज़्बातों का रिश्ता बहुत पुराना है

पर जाने क्यों मेरी इस बात पे हंसता ये जमाना है

सूरज से गहरी प्रीत अपनी, अंधेरों से निकाला है

गम में डूबे,किरणों ने उबार  निभाया दोस्ताना है

चंद्रमा ने कई दफा,ज़ख्मों को प्यार से सहलाया है

शीतलता लेप मन पे, बांटा दर्द का तानाबाना है

तारे भी जगे है, रातों को मेरी उन तन्हाईयों में

गुफ्तगु करते थे, अपने ही जैसा कोई दीवाना है

बादल गरजे बरसे है कई दफा साथ निभाने को

महसूस कर मेरा दर्द,छलका उनका भी पैमाना है

इंद्रधणुष,अपने रंगों को मिलाया करता है जीवन से

कहता है,तेरा किस्सा तो मेरे सा जाना पहचाना है

आसमां से मेरे जज़्बातों का रिश्ता यूं तो पुराना है

पर जाने क्यों मेरी इस बात पे हंसता ये जमाना है

 

मीनू झा

शैक्षिक योग्यता स्नातक (अंग्रेजी) स्नातकोत्तर (एम.बी.ए) (वित्त व मार्केटिंग में विशेषज्ञता) लेखन-रूझान कई भाषण व वाद-विवाद प्रतियोगिताओं में विजेता-उपविजेता तीन सालों से ब्लॉगिंग के क्षेत्र में सक्रिय संपर्क निवेदित कुमार झा,एम एच-309,सी आई एस एफ कॉलोनी,पानीपत रिफाईनरी के निकट,पानीपत,हरियाणा फोन नंबर 9034163857/9570473537

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