बुझदिल पड़ोसी
बड़ा बुझदिल पड़ोसी है नहीं सम्मान जो जाने कायर की तरह भौके नहीं अरमान जो जाने भरे नफरत सदा विषधर
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Read Moreरात ने छीन ली रवि की रश्मियाँ चाँद फिर ठिठक कर रोशनी में नहाता रहा चाहता था आज वक्त को
Read Moreमर जायेगा वो इन्सान, अपने मानसिक तनाव से, कुन्ठित हो जायेगा वह इन्सान, इस जगह पर, सिकुड़ जायेगी, मानसिक मांसपेशियां,
Read Moreजब मिलता है प्यार कहीं तो प्यार जताना पड़ता है। दिल से दिल मिल जाता तो दिल लगाना पड़ता है।
Read Moreओ३म् प्रस्तुतकर्त्ता की टिपण्णी : आज हम महात्मा गांधी की अध्यक्षता में सम्पन्न राष्ट्र–भाषा सम्मेलन में 29 दिसम्बर, 1928 को
Read Moreज़िंदगी जैसे एक समझौता बन कर रह गई है, अपने दिल की आरज़ू और ख्वाइशे— जैसे नदिया में बह गई
Read Moreइन दिनों वायरल होने का ज़माना है। कोई सी चीज कब और कैसे वायरल होकर चर्चित हो जाए कि पता
Read Moreमेरा तडप रहा है तन में लगी है आग सूनी है फूलवारी सूना है मन का बाग। रोज मुंडेरे पे
Read Moreमात्रा भार – 24, 12-12 पर यति……….. देखों भी नजर उनकी, कहीं और लड़ी है सहरा सजाया जिसने, बहुत दूर
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