मुक्तक/दोहा

चार मुक्तक (शीर्षक “तस्वीर”)

१.
पास मेरे सिर्फ तेरी एक ही तो तस्वीर थी
वही मेरे सुनहरे ख्वाबों की ताबीर थी
अाँसु के खारे जल ने नक्श उसके धो दिये
एक ही दिन में मेरी लुट गई जागीर थी।

२.
न मैं लैला न मै सोहिनी और न ही हीर हूँ
राधा की मैं प्रीत हूँ और मीरा की पीर हूँ
किसी उपमा और तुलना से न है मेरा वास्ता
रंग जिसमें सौम्य सारे मैं तो वह तस्वीर हूँ।

३.
देख-देख तस्वीर तेरी हम तो जीते हैं
शोख चटक सारे उसके रंग पीते हैं
पूछना है तो पूछिये तस्वीर से अपनी
युग महीनों साल से हम कैसे जीते हैं।

४.
मिट गये हैं लफ़्ज़ सारे दिल से तेरी तहरीर के
देखते ही रह गये हम खेल इस तकदीर के
नयनों के नलके खुल गये नीर और इतना बहा
कि धुल गये सब रंग साजन उस तेरी तस्वीर के।

कमल कपूर

कमल कपूर

जन्म- २ मई, कोटा( राज.) शिक्षा-स्नातकोत्तर हिन्दी साहित्य कृति सँसार- १० कहानी-संग्रह, ५ कविता-संग्रह,३ लघुकथा-संग्रह,१ बाल गीत-संग्रह,१ उपन्यास,१ स्मृति-ग्रंथ प्रकाशन- शताधिक संकलनों में सहभागिता, राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में सतत प्रकाशन सम्प्रति- संस्थापक/अध्यक्ष-नारी अभिव्यक्ति मंच " पहचान", प्रदेश अध्यक्ष-साक्षी फाऊंडेशन ,दिल्ली , उपाध्यक्ष- सार्थक प्रयास ,परामर्शदाता-नई दिशाएँ, स्वतंत्र लेखन पुरस्कार/ सम्मान- १. हरियाणा साहित्य अकादमी- श्रेष्ठ महिला रचनाकार का सम्मान , ३ क्रतियों को श्रेष्ठ कृति का प्रथम पुरस्कार ,३ बार कहानियाँ पुरस्कृत राजस्थान राजस्थान साहित्य अकादमी से प्रभा खैतान प्रवासी साहित्यकार सम्मान, इसके अतिरिक्त ९ शहरों की संस्थाओं ले सम्मानित राष्ट्र धर्म, लखनऊ से अ० भा० प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ कृति सम्मान। ३ बार कहानी प्रथम पुरस्कृत राजभाषा इलहाबाद- २ बार सम्मानित, सर्वोच्च पुरस्कार-भारती पद्म भूषण बिहार साहित्य संस्थान महादेवी वर्मा स्मृति सम्मान, अमृता प्रीतम स्मृति सम्मान, कथाबिम्ब कमलेश्वर स्मृति सम्मान- कहानी को य०एस०एम० संस्थान ,उ०प्र० सुभद्रा कुमारी चौहान सम्मान। शिखर प्रतिभा सम्मान संक्षेप में १२ राज्यों से ५० से अधिक पुरस्कार एवं सम्मान। विशेष अनेक छात्रों द्वारा साहित्य पर पी एच डी और एम फिल शोध विदेश-यात्रा- अमेरिका ,इंग्लैंड और मैक्सिको सम्पर्क कमल कपूर २१४४/९ सेक्टर फरीदाबाद १२१००६ हरियाणा मोबाइल- ०९८७३९६७४५५