क्षणिका

बंद बंद बंद का फायदा

 

बंद करने से

मोदी जी का साथ देना हुआ

क्यों कि मुद्रा के अभाव  में

देश बंद ही है ।

मोदी जी के ५०दिन भारत बंद के बराबर

ही है ।

बंद बंद बंद की जगह

जो मुद्रा के अभाव में मर रहे है

परीक्षा फीस के लिए

अपनी माँ का सोने का मंगलसूत्र रहन

रखने पर भी नोट

नहीं मिल रहे है

विरोधी इनकी मदद करें ।

अनिल कुमार सोनी

अनिल कुमार सोनी

जन्मतिथि :01.07.1960 शहर/गाँव:पाटन जबलपुर शिक्षा :बी. काम, पत्रकारिता में डिप्लोमा लगभग 25 वर्षों से अब तक अखबारों में संवाददाता रहा एवं गद्य कविताओं की रचना की अप्रकाशित कविता संग्रह "क्या तुम समय तो नहीं गवां रहे हो "एवं "मधुवाला" है। शौक :हिंदी सेवा सम्प्रति :टाइपिंग सेंटर संचालक