इतिहास

भारत के महान राजनेता यशस्वी प्रथम गृहमंत्री और उपप्रधान मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल को उनकी पुण्य तिथी पर श्रद्धांजलि

ओ३म्
भारत गणराज्य के निर्माताओं में एक नाम सरदार वल्लभभाई झावेरभाई पटेल का है जिनका जन्म 31 अक्टूबर, 1875 को और मृत्यु 15 दिसम्बर, 1950 को हुई थी। आप भारत के पहले गृहमंत्री व उपप्रधानमंत्री थे। भारत के 565 राजाओं व उनकी स्वतन्त्र रिसायतों को भारत में विलय कराने का श्रेय आपको ही है। हैदराबाद, जूनागढ़ एवं जम्मू और कश्मीर आदि जो रियासतें भारत में मिलना नहीं चाहती थी उन्हें भी आपने अपनी सूझबूझ और राजनीतिक कुशलता से भारत में विलय होने के लिए विवश किया व सफल हुए। यदि आप न होते तो आज भारत का जो विशाल स्वरूप है वह न होता। आप अनुमान लगा सकते हैं कि जो 565 रियासतें थी, वह आज सब स्वतन्त्र देश होते या इनमें कुछ भारत के साथ व कुछ पाकिस्तान के साथ होते। इस महान राजनीतिज्ञ देशभक्त एवं स्वतन्त्रता संग्राम के प्रमुख नेता जो देश में सर्वाधिक लोकप्रिय रहे और भारतीयों की प्रधानमंत्री के रूप में पहली पसन्द थे, को आज पुण्य तिथि पर हम श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।

सरदार पटेल सन् 1931 में कांग्रेस के अध्यक्ष भी चुने गये थे। सन् 1934 व उसके बाद वह कांग्रेस के लिए सबसे अधिक धन जुटाने वाले व्यक्ति थे। वह सरदार पटेल ही थे जिनके नेतृत्व में गुजरात में भव्य सोमनाथ मन्दिर का पुनर्निमाण हुआ। यदि आप न होते तो यह मन्दिर भी न बना होता। हमें इस मन्दिर को वहां अनेक बार जाकर देखने का अवसर मिला है। आगामी फरवरी, 2017 मंें भी सरदार पटेल जी द्वारा बनवाये गये इस भव्य मन्दिर में हमारा जाने का कार्यक्रम है।

-मनमोहन कुमार आर्य