गीत – मोदी के जैसा नेता हो
हे नाथ हमारे जीवन में मोदी के जैसा नेता हो ।
लेता हो सूरज जैसा और सूरज जैसा देता हो ।।
पूरब से पश्चिम मिल जाए
जो भी मिलता खिल जाए
दुश्मन जो देखे मोदी को
जैसे भूकंप सा हिल जाए
हम बन जाए मोदी के वो अपना विक्रेता हो ।
लेता हो सूरज जैसा और सूरज जैसा देता हो ।।
धर्म का रक्षक मोदी जी
प्रेम संबर्द्धक मोदी जी
रस के सागर अब मोदी जी
सुख के सागर अब मोदी जी
है विकल्प अब पुरुष वही जो अनुभव से चेता हो ।
लेता हो सूरज जैसा और सूरज जैसा देता हो ।।
अब हर धड़कन की आवाज़ है वो
तपती गर्मी में छाँव है वो
आशा की बरसात है वो
हर एक बात में बात है वो
हर किसी की बस प्यास है वो
कर के ही दिखला दे सबके जीवन का प्रणेता हो ।
लेता हो सूरज जैसा और सूरज जैसा देता हो ।।
— हृदय जौनपुरी