अन्य बाल साहित्य

आइए कविता लिखना सीखें- 5

प्रिय बच्चो,

उपहार मुबारक हो,

कविता लिखना सीखने के इस क्रम में हम आपको केवल कविता द्वारा अनेक विषयों की जानकारी तो दे ही रहे हैं, साथ ही कविताओं के भंडार-स्वरूप ई. बुक ‘बाल काव्य सुमन’ का उपहार भी दे रहे हैं. ये कविताएं, जिन्हें आप बाल गीत या शिशुगीत भी कह सकते हैं, हमने 40 साल पहले तब लिखी थीं, जब हमारे बच्चे छोटे थे और जी भरकर कविताएं सुनते थे, याद करके स्कूल में और विभिन्न कार्यक्रमों में सुनाते थे. इनको पढ़कर आपका ज्ञानवर्द्धन तो होगा ही, बार-बार पढ़कर आप स्वयं भी किसी भी विषय पर कविता लिखने को प्रेरित होंगे.

पहले उसी एलबम से एक बाल गीत-
वृक्ष

वृक्ष हमें फल-फूल हैं देते,
अन्न-दालें-मेवे और धान,
साज-सज्जा, खेलों की चीज़ें,
फर्नीचर देते ये महान.
मिट्टी का कटाव रोकते,
मौसम के हैं ये सरताज,
पत्थर खाकर भी फल देते,
प्रदूषण हटा बनाते काज.

ऐसी ही 41 कविताएं इस एलबम में हैं. उसी एलबम को हम आपके लिए ई.बुक के रूप में भेज रहे हैं. हमें पता है, कि आजकल आप बच्चे लोग ई.बुक बड़े शौक से पढ़ते हो. इस ई.बुक को पढ़कर अपने विचार अवश्य लिखिएगा. इससे पहले भी हम आपको एक ई.बुक भेज चुके हैं. हम दोनों ई.बुक्स का नाम व लिंक लिख रहे हैं-

1.चित्रमय काव्यमय कहानियां
चित्रमय काव्यमय कहानियां बाल पुस्तक लेखिका श्रीमती लीला तिवानी

2.बाल काव्य सुमन
बाल काव्य सुमन बाल पुस्तक लेखिका – श्रीमती लीला तिवानी

आपकी नानी-दादी-ममी जैसी

— लीला तिवानी

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244