मुक्तक
रखेगें सच्चाई मन में यही मेरा विश्वास है।
तिरंगे की ओर से करोड़ो का आवाज है।
नहीं झुकेगा कभी ये भारत,भारतीय लोग
उस हरा केसरिया श्वेत रंग चक्र पर नाज है॥१॥
भारतीय अस्मिता को कभी भी खो नही सकते।
हमेशा याद करके दिल में जज्बात को रखते।
किसी के बाप की जागीर नहीं है यह भारत,
हम कहते नही बल्कि दिखा देते उसे करके॥२॥
— रमेश कुमार सिंह “रुद्र”
रचना काल – 14-08-2017