अजब हमारा जीवन है
पवन-हिंडोला, शर की शैय्या,
अजब हमारा जीवन है।
खुशबू-सुंदरता के पुजारी,
कोमल अपना तन-मन है॥
सब पूछें हम कितने सुखी हैं,
हम सुख ढूंढते रहते हैं।
कांटों वाली डाली पर भी,
हरदम हंसते रहते हैं॥
पवन-हिंडोला, शर की शैय्या,
अजब हमारा जीवन है।
खुशबू-सुंदरता के पुजारी,
कोमल अपना तन-मन है॥
सब पूछें हम कितने सुखी हैं,
हम सुख ढूंढते रहते हैं।
कांटों वाली डाली पर भी,
हरदम हंसते रहते हैं॥
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आदरणीय बहनजी ! पुष्प का जीवन वर्णन बहुत सुंदर शब्दों में ! सुंदर रचना के लिए धन्यवाद ।
प्रिय ब्लॉगर राजकुमार भाई जी, यह जानकर अत्यंत हर्ष हुआ, कि आपको ब्लॉग बहुत सुंदर लगा. हमेशा की तरह आपकी लाजवाब टिप्पणी ने इस ब्लॉग की गरिमा में चार चांद लगा दिये हैं. ब्लॉग का संज्ञान लेने, इतने त्वरित, सार्थक व हार्दिक कामेंट के लिए हृदय से शुक्रिया और धन्यवाद.