वर्ण पिरामिड – माता रानी
दो
माता
आशीष
भाग्य जगे
शरण तेरी
अहंकार मिटे
दर्शन अभिलाषी
माँ
कृपा
बरसे
ज्ञान बढ़े
समृद्धि बढ़े
करे बेड़ा पार
विपदा दूर करे
माँ
चिंता
हरती
फलदायी
आरोग्य करे
वरदानी मैया
भक्तों की पीर हरे
— अंजु गुप्ता
दो
माता
आशीष
भाग्य जगे
शरण तेरी
अहंकार मिटे
दर्शन अभिलाषी
माँ
कृपा
बरसे
ज्ञान बढ़े
समृद्धि बढ़े
करे बेड़ा पार
विपदा दूर करे
माँ
चिंता
हरती
फलदायी
आरोग्य करे
वरदानी मैया
भक्तों की पीर हरे
— अंजु गुप्ता