कविता

।। गणपति बप्पा ये क्या हो रिहा ।।

।। गणपति बप्पा ये क्या हो रिहा ।।
हे! गणपति बप्पा मोरया, भारत में देखो क्या हो रिहा,
प्रधानमंत्री के हत्या की साज़िश भारत में ही हो रिहा।
जिनके पूर्वज मरे थे ऐसे ही पर उनको भी शंका हो रिहा,
प्रधानमंत्री की हत्या के साजिश पर भी राजनीति हो रिहा।
हे! गणपति बप्पा मोरया, भारत में देखो क्या हो रिहा।।

गर रहना है तो साथ रहो नहीं समेट लो बिस्तर बोरिया,
यहां मजदूर, गरीब हैं बसते लूटने आयी है कुछ गोरियां।
सेवक कहें खुदको जनता का करते नित्य नई चोरियां,
अपने ही देशवासियों को ये सस्ते डिटर्जेंट से धो रिहा।
हे! गणपति बप्पा मोरया, भारत में देखो क्या हो रिहा।।

साठ साल के कार्यकाल तक हमरा खून का जूस पीया।
बेच शिकंजी ही सही कंपनी का तो मालिक बनने दिया,
पर मोरे राहुल बाबा हैं जिम्मेदार आपका खानदान इसका,
किसान को मजदूर बनाया अब राजनीति क्यों कर रिहा।
हे! गणपति बप्पा मोरया, भारत में देखो क्या हो रिहा।।
संजय सिंह राजपूत
8125313307
8919231773

संजय सिंह राजपूत

ग्राम : दादर, थाना : सिकंदरपुर जिला : बलिया, उत्तर प्रदेश संपर्क: 8125313307, 8919231773 Email- sanjubagi5@gmail.com