बाल कविता

बाल कविता – खुशबू का उपहार

फूल के बिस्तर पर तितली ने,
किया बहुत आराम।
कहा फूल ने बहना तितली,
जाओ करो कुछ काम।

भौंरों और तितलियों की है,
लंबी लगी कतार।
उनको भी थोडा दे दूँ मैं,
खुशबु का उपहार।

*प्रभुदयाल श्रीवास्तव

प्रभुदयाल श्रीवास्तव वरिष्ठ साहित्यकार् 12 शिवम् सुंदरम नगर छिंदवाड़ा म प्र 480001