कविता

प्यार पर क्या लिखूँ

प्यार पर क्या लिखूँ
ये समझ नहीं आता है
जीत लिखूँ या हार लिखूँ
या अपना प्यारा संसार लिखूँ
खिलती हुई धूप लिखूँ
या ठंडी ठंडी बयार लिखूँ
बारिश की बूंदो का प्यार लिखूँ
या मेघो का गर्जन लिखूँ
सावन की हरियाली लिखूँ
या धरती आकाश का मिलन लिखूँ
सागर की गहराई लिखूँ
या धरती का प्यार लिखूँ
माँ बच्चो का प्यार लिखूँ
या माँ की डॉट का दुलार लिखूँ
पापा का प्यार लिखूँ
या उनका आशीर्वाद लिखूँ
बेटी की विदाई लिखूँ
या ससुराल में सास का प्यार लिखूँ
भाई बहन का लाड लिखूँ
या उनका तकरार लिखूँ
प्यार पर क्या लिखूँ
रात की ख़ामोशी में सिसकती आवाज़ लिखूँ
या रात में चांदनी की शीतलता लिखूँ
क्या लिखूँ में प्यार में
अपने दिल का हाल लिखूँ

गरिमा

गरिमा लखनवी

दयानंद कन्या इंटर कालेज महानगर लखनऊ में कंप्यूटर शिक्षक शौक कवितायेँ और लेख लिखना मोबाइल नो. 9889989384