गीत/नवगीत

मोदी महिमा

ऐसी लगी लगन जनता हो गई मगन
वो तो मोदी मोदी गुण गाने लगी,
शहरों में रहे या रहे गांव में ,
सारी दुनिया मोदी की दीवानी हुई ,

गैरों ने दुःख दिये , मोदी ने दूर किये
अब तो घर घर में मोदी जी छाने लगे
लाख खुशियां मिली,धर्म की जय हुई,
अधर्मियों को मोदी डर सताने लगे
न कोई रोक पाया न कोई टोक पाए
बेईमानी की दुकानों पे ताले लगे
ऐसी लगी लगन जनता हो गई मगन
वो तो मोदी मोदी गुण गाने लगी

रोते थे जो शरीफ ,रोते थे जो गरीब
सबको नयी योजनाओ का सहारा मिला
दिल से जो थे दुखी , मन से जो थे व्यथित
उमके दिल में भी कमल का फूल खिला
देश का होगा विकास सब हैं मोदी के साथ
विश्व भर में तिरंगा लहराने लगा ,
ऐसी लगी लगन जनता हो गई मगन
वो तो मोदी मोदी गुण गाने लगी

दुश्मनो की भी अब उड़ी रातों की नींद,
नाम सुन मोदी मोदी घबराने लगे
मोदी नाम के खौफ उन्हें सताने लगे
सच मुच अब सही आज़ादी मिली
उम्मीद की अब नयी एक आशा जगी
विकास कार्यों को भी अब नयी गति मिली
ऐसी लगी लगन जनता हो गई मगन
वो तो मोदी मोदी गुण गाने लगी

— जय प्रकाश भाटिया

जय प्रकाश भाटिया

जय प्रकाश भाटिया जन्म दिन --१४/२/१९४९, टेक्सटाइल इंजीनियर , प्राइवेट कम्पनी में जनरल मेनेजर मो. 9855022670, 9855047845