लघुकथा

टैक्स

आज एक समाचार पर नजर पड़ी, तो मन में जानने की उत्सुकता जगी, कि ऐसे कौन-से अजब-गजब टैक्स हैं, जिनका जिक्र किया जा रहा है, पढ़कर ज्ञानवर्द्धन तो हुआ ही, बहुत मजा भी आया-
अमेरिका के ऑर्कन्सा राज्य में टैटू या शरीर में कोई और तस्वीर गुदवाने पर 6 फीसदी टैक्स देना होता है.
इटली के वेनेटो शहर में एक जगह का नाम कॉनेग्लियानो है. वहां होटल, रेस्ट्रॉन्ट या दुकान में लगे बोर्ड या टेंट की परछाई गली में बनती है तो उनसे एक साल में 100 डॉलर वसूला जाता है.
स्पेन के बैलरिक द्वीपसमूह में साल 2016 से सन टैक्स यानी धूप टैक्स लगाया जा रहा है. दरअसल वहां हर साल 1 करोड़ से ज्यादा पर्यटक आते हैं. इससे स्थानीय संसाधनों पर दबाव पड़ता है.
अमेरिका में साल 2010 से टैनिंग टैक्स लगाया गया है. इसका मुख्य मकसद स्किन कैंसर की रोकथाम है.
हंगरी में साल 2011 से हर उन डिब्बाबंद खानों पर टैक्स लगता है जिनमें ज्यादा मात्रा में चीनी और नमक होते हैं. आधिकारिक तौर पर इसे पब्लिक हेल्थ प्रॉडक्ट टैक्स कहा जाता है.
अमेरिका में एक राज्य का नाम है अलबामा. अलबामा अमेरिका का एकमात्र ऐसा राज्य है जहां ताश का बंडल खरीदने पर टैक्स लगता है.
जापान में है ‘मेटाबो कानून’। इसके मुताबिक, 40 साल से लेकर 75 साल के लोगों की कमर हर साल नापना अनिवार्य है. अगर पुरुष की कमर की लंबाई 85 सेंटीमीटर से ज्यादा होती है तो टैक्स लगता है और महिलाओं की 90 सेंटीमीटर से ज्यादा होने पर.
हर साल चीन में डिस्पोजेबल चॉपस्टिक के करीब 45 अरब जोड़े बनाए जाते हैं. इसके लिए करीब 2.5 करोड़ पेड़ों को हर साल काटना पड़ता है जिससे तेजी से पेड़ों की संख्या कम हो रही है. इसे देखते हुए चीन की सरकार ने साल 2006 में लकड़ी की डिस्पोजेबल चॉपस्टिक पर 5 फीसदी टैक्स लगाया.
ऐल्प्स पर्वतमाल पर स्काइंग के कुछ शौकीन लोग अकसर घायल होते रहते हैं. आमतौर पर वे ऑस्ट्रिया के अस्पतालों में इलाज के लिए जाते हैं. यह देखते हुए ऑस्ट्रिया की सरकार ने मेडिकल सर्विसेज पर एक खास टैक्स लगाया है. पर्यटक जिस रिजॉर्ट में ठहरते हैं, उनके द्वारा यह टैक्स वसूला जाता है.
इस रोचक वर्णन को पढ़कर हमें भी 1965 का वह दृश्य याद आ गया, जब हम टीचर्स प्रशिक्षण कॉलेज की तरफ से ऑल इंडिया टूर पर गए थे. राजस्थान से इंदौर जाने के बीच में धूलिया गांव पड़ा. हमारी बस के धूलिया गांव में घुसते ही हमसे धूल-उड़ाई टैक्स लिया गया, क्योंकि बस से बेतहाशा धूल उड़ रही थी.
आज भी जब यह वाकया याद आता है, तो बेतहाशा हंसी आती है और राजस्थान की रेत भी याद आती है, जो दिन में भले कितनी भी तप जाए, रात को शीतलता प्रदान करती है.

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244

4 thoughts on “टैक्स

  • सुदर्शन खन्ना

    आदरणीय दीदी, सादर प्रणाम. टैक्स की बातें भी खूब रहीं. अकबर बीरबल की एक कथा में लहरों को गिनने की घटना आती है जिसमें वसूली की जाती है. जब हर वस्तु की वैरायटी हो गयी है तो टैक्स भी पीछे क्यों रहे. जहां हमारे देश में लोग पटरी पर वाहन चलाने से नहीं चूकते, वहीँ नेपाल जैसे देश में पटरी पर साइकिल आ जाने से भी साइकिल जब्त कर ली जाती है और जुर्माना भरना पड़ता है.

  • गुरमेल सिंह भमरा लंदन

    अजीब अजीब टैक्स आप ने बता दिए लीला बहन . किया मलूम कल को इस बात पर भी टैक्स लग जाए कि जो बेटा बहू अपने बूढ़े माँ बाप की देख भाल नहीं करते ,उन पर इतना टैक्स लगा दिया जाए की माँ बाप की सेवा, टैक्स देने से सस्ती पढ़े और सभी बजुर्ग लोग सुख से रह सकें .

    • लीला तिवानी

      प्रिय गुरमैल भाई जी, आपने बिलकुल दुरुस्त फरमाया है. ऐसा होना संभव है. इतने त्वरित, सार्थक व हार्दिक कामेंट के लिए हृदय से शुक्रिया और धन्यवाद.

  • लीला तिवानी

    दुनिया अजब-गजब है. ऑस्ट्रेलिया में हमारा आंखों देखा किस्सा है. हम ट्रैन में बैठे थे. एक आदमी का अंगड़ाई लेते हुए पैर साअने वाली सीट पर लग गया. चुगलखोर सी.सी.टी.वी. के कारण उस पर तुरंत 200 डॉलर का टैक्स या कि कहिए जुर्माना लग गया. एक डॉलर लगभग 50 भारतीय रुपये का होता है. यह देश की सम्पत्ति को अपनी सम्पत्ति समझकर उसकी सुरक्षा की बहुत बड़ी आंखों देखी मिसाल थी.

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