लघुकथा

नया शब्दकोश

अभी कुछ दिन पहले रूस के एक विमान की इमर्जेंसी लैंडिंग के दौरान सुखोई सुपरजेट 100 में लगी आग, जिसमें 41 लोगों की मौत हो गई थी. बताया जाता है कि यह आग आसमानी बिजली के कारण लगी थी. इस समाचार ने पूरी दुनिया को झटका लगाया था.

11 साल पहले बिजली का एक भयानक झटका नई दिल्ली के शुभम को भी लगा था. इस झटके ने शुभम के दोनों हाथ भी छीन लिए और एक पैर भी.
एक साल तक अस्पताल में चला इलाज और फिर शुरू हुई जिंदगी में दोबारा से बसने की जद्दोजहद.
उस न भूले जा सकने वाले हादसे को शुभम कुमार अब भूल चुके हैं, क्योंकि उसे भूले बिना आगे नहीं बढ़ा जा सकता था.
शुभम ने अपनी जिंदगी में एक नया शब्दकोश गढ़ा, जिसमें विकलांगता, अक्षमता, असंभव और हार जैसे शब्दों की जगह नहीं है.
स्कूल जाना बंद हो गया शुभम का, लेकिन पैरंट्स के सपॉर्ट से शुभम ने एक पैर से ही जिंदगी में आगे बढ़ने का फैसला किया. पहले एक पैर से लिखना शुरू किया. धीरे-धीरे खाना खाना और बाकी काम भी एक पैर से होने लगे. एक साल घर रहने के बाद शुभम का आत्मविश्वास लौटा. उसने स्कूल जाने की इच्छा जाहिर की. पैरंट्स ने कड़कड़डूमा के अमर ज्योति स्कूल में ऐडमिशन करवाया. वहां 8वीं तक पढ़ाई की. पांचवीं कक्षा तक शुभम सेकंड आते थे. छठी से फर्स्ट डिविजन आने लगी. वह बाकी बच्चों की तरह लैपटॉप और मोबाइल भी चलाते हैं, पर पैरों से .
मेहनती स्टूडेंट शुभम 2015 में इंडोनेशिया में दिव्यांगों की ग्लोबल आईटी प्रतियोगिता में हिस्सा ले चुके हैं. प्रतियोगिता जीती भी. वह कई क्विज प्रतियोगिताओं में भी भाग ले चुके हैं. 2013 में जीआरएफ फाउंडेशन की ओर से कराई गई प्रतियोगिता में वह फर्स्ट आए. शुभम ने बताया कि वह आईटी सेक्टर में करियर बनाना चाहते हैं. खाली वक्त में जनरल नॉलेज की किताबें पढ़ते हैं. शुभम को अब जिंदगी में कोई कमी नहीं दिखाई देती.
अभी हाल ही में सीबीएसई 10वीं की परीक्षा में आए परिणाम के बाद तो वह पीछे मुड़कर भी नहीं देखना चाहते. 79 फीसदी अंक जो हासिल किए हैं. वह भी एक पैर से कॉपी लिखकर.
नये शब्दकोश ने रंग दिखा दिया था, जिसमें विकलांगता, अक्षमता, असंभव और हार जैसे शब्दों की जगह नहीं है. मेहनत और हिम्मत का कोई विकल्प जो नहीं है.

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244

One thought on “नया शब्दकोश

  • लीला तिवानी

    शुभम जैसे लोगों के लिए ही कहा गया है-
    ”जिनके इरादे मज़बूत होते हैं वोह अंधेरों का सीना चीर कर आसमां को छू लेते हैं.”

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