कविता

नया वर्ष हो बहुत मुबारक

तारीखों का, खेल अनूठा,
शुरू जनवरी, खत्म दिसम्बर ।

कल जैसा था,
वैसा ही है ,
हंसता, गाता,
भरा समन्दर ।।

क्या बदला है,
परिवेश में ,
गतिमान सब,
स्वदेश में ।

हां, आयु का ,
घोड़ा पल-पल,
श्वेत हुआ है ,
श्याम केश में ।।

रोज नया है ,
कहां पुराना ,
पल-पल खिलता,
देखो अम्बर ।

कब देखा है ,
हम लोगों ने ,
रंग-मिजाजी ,
इन फूलों को ।

भूल गए है ,
तारीखों में ,
अल्हड़ मस्ती,
के झूलों को ।।

अमन नया सब,
अपने भीतर ,
पर बेगाने ,
अपने ही घर ।

नई बात का,
नया बहाना ,
आप सभी को ,
बहुत मुबारक ।

मुठ्ठी रखना ,
नया-पुराना ,
नया वर्ष हो,
बहुत मुबारक ।।

नया वर्ष है,
नई बात हो ,
चलना सीखें ,
हम सब मिलकर ।

तारीखों का, खेल अनूठा,
शुरू जनवरी, खत्म दिसम्बर ।।

— मुकेश बोहरा अमन

मुकेश बोहरा 'अमन'

पिता का नाम - स्व. श्री पारसमल बोहरा (जैन) माता का नाम - स्व. श्रीमती शान्ति देवी धर्मपत्नि - श्रीमती शान्ति बोहरा ‘शान्त’ अनुज भ्राता - श्री राहुल बोहरा ‘अमन’ संतान - 1. कार्तिक बोहरा 2. कु. संध्या बोहरा जन्म तिथि - 20.07.1984 शैक्षणिक योग्यता - अधि-स्नातक (हिन्दी), बी.एड. व्यवसाय:- शिक्षण कार्य, राजकीय सेवा में अध्यापक, राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय, सांसियों का तला, बाड़मेर राजस्थान भारत प्रकाशित कृतियां - 1. महिला सशक्तिकरण को लेकर कालजयी कृति ‘‘हिम्मत है तो वार करो’’ 2. ओरण-गोचर संरक्षण को लेकर पुस्तक ‘‘ओरण हमारी धरोहर’’ 3. बाल साहित्य में ‘‘भगवान हमारे दादाजी’’ रूचियां:- काव्य लेखन, गद्य लेखन, स्वतंत्र पत्रकारिता, समाज-सेवा, किताबें पढ़ना आदि । स्थायी पता - अमन भवन, महावीर सर्किल, जूना केराडू मार्ग, बाड़मेर राजस्थान भारत 344001 मोबाईल नम्बर:- 8104123345, फेसबुक - कवि मुकेश अमन Email - mukesh.marsa@gmail.com