गीतिका/ग़ज़ल

गीतिका

सबसे प्यारा सबसे न्यारा मेरा हिन्दुस्तान है
सबकी आँखों का है तारा मेरा हिन्दुस्तान है
सूर मीरा तुलसी हों या हों रहीम रसखान
बहाई सबने भक्ति की धारा मेरा हिन्दुस्तान है
राम कृष्ण महावीर गुरु गोविंदसिंह को पाकर
धन्य हुआ है देश सारा मेरा हिन्दुस्तान है
गंगा जमुना सरस्वती के पावन जल को छूकर
सबने पाया प्रेम किनारा मेरा हिन्दुस्तान है
मंदिरों में गूँजें घंटियाँ मस्जिदों में अजान
अजीब है संगम का किनारा मेरा हिन्दुस्तान है
सुबह नहाकर जल चढ़ाता है सूरज को ‘रमेश’
पाता है संस्कृति का नजारा मेरा हिन्दुस्तान है
— रमेश मनोहरा

रमेश मनोहरा

शीतला माता गली, जावरा (म.प्र.) जिला रतलाम, पिन - 457226 मो 9479662215