मोहन निवास
घर में जगह की कमी लगने पर रोहन अपने वृद्ध पिता मोहन जी से बोला, “पिताजी, बच्चों की बोर्ड की परीक्षा सिर पर है, कुछ दिनों के लिए आप बरसाती पर शिफ्ट हो जाइए।”
”मगर बेटा, इस उम्र में मुझसे रोज ऊपर-नीचे चढ़ना-उतरना कहाँ हो पायेगा ?” पिता ने असहाय होकर बोले ।
”अरे पिताजी ! आप फ़िक्र ना करो ! हम आपका खाना-पानी सब ऊपर ही पहुँचा दिया करेंगे। आपको कोई परेशानी नहीं होगी।” बहू बीच में ही बोल उठी।
और फिर… “मोहन निवास” के मालिक, कुछ दिनों दिनों का कह कर, हमेंशा के लिए बरसाती में शिफ्ट कर दिए गए ।
अंजु गुप्ता