कविता

कविता – जिंदगी

दो पल की है ये जिंदगी
अजीब सी दौड़ है ये जिंदगी
आज बचपन कल जवानी
परसो बुढ़ापा फिर ख़त्म है ये जिंदगी
सफर अनजान है ये जिंदगी
हर रोज नई कहानी है ये जिंदगी
आईना होती है ये जिंदगी
हर सुख दुःख का पहलु ये जिंदगी
दो पल की है ये जिंदगी…

– किरण मुकेश व्यास