लघुकथा

तोहफा

दक्षिण भारत के केरल की सुप्रिया आज बहुत खुश बिखाई दे रही है. वास्तव में उसकी खुशी का ठिकाना ही नहीं है.

सुप्रिया अपने दो बच्चों और पति के साथ रहती हैं. उनके पति एक प्राइवेट कंपनी में पार्ट टाइम जॉब करते हैं.

वह अलुक्कास ग्रुप के साथ सेल्सवुमन के तौर पर तीन साल से एक कपड़े की दुकान पर काम कर रही है. एक दिन जब वह अपने स्टोर के बाहर खड़ी थी, उसने देखा एक नेत्रहीन व्यक्ति बस पकड़ना चाह रहा है. बस को रोकने के लिए उसने बस के पीछे दौड़ लगाई और उसे रोककर व्यक्ति को अंदर तक बिठाया.

वीडियो का जमाना है. देखने वाले ने तुरंत अपने कैमरे में कैद कर इस घटना का वीडियो बना लिया. आईपीएस अफसर विजय कुमार ने वीडियो शेयर किया. इसका कैप्शन था-
”इन्होंने इस दुनिया को जीने की बेहतर जगह बनाई है, दरियादिली सुंदर है. दुनिया खूबसूरत लोगों से भरी है.”

देखते-ही-देखते वीडियो वायरल हो गया. आईपीएस अफसर विजय कुमार से लेकर बॉलीवुड एक्टर रितेश देशमुख ने इस महिला की खूब तारीफ की है.

महिला की दरियादिली देखकर ट्विटर की जनता उनकी फैन हो गई है

उससे भी अधिक सरप्राइज उसकी प्रतीक्षा कर रहा था-
”अलुक्कास से मुलाकात के बाद उन्हें पता चला था कि उन्हें एक नया घर दिया गया है.”

‘उन्होंने नहीं सोचा था कि यह सरप्राइज इतना बड़ा होगा. उस वक्त मेरी आंखें नम हो गईं, जब सैकड़ों कर्मचारी मेरी हौसला अफजाई कर रहे थे. मैंने जो किया वह मेरा फर्ज था, मैंने कभी नहीं सोचा था कि उसके लिए मुझे इतना प्यार और सम्मान मिलेगा.’ सुप्रिया ने कहा,

यह तोहफा था इंसानियत के नाम, नेकदिली के नाम, मन की खूबसूरती के नाम!

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244

One thought on “तोहफा

  • लीला तिवानी

    यह तोहफा इंसानियत का इनाम है, नेकदिली का पैग़ाम है, मन की खूबसूरती की झलक है और आनंद की अनुभूति का आभास है, जो हमें जिंदगी को जीने का सही रास्ता दिखाकर सही पथ पर चलने को प्रेरित करता रहेगा.

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