कविता

‘इंजीनियर डे’ पर कविता

‘अभियंता दिवस’ यानी भारतरत्न मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया के जन्मदिवस पर अभियंता अनुज ‘मनु’ की कविता के प्रसंगश: हेत्वर्थ शुभकामनाएँ….
“कुकुरमुत्ते की भांति-
उगते जा रहे इंजीनियरिंग कॉलेज,
जहाँ न होते शिक्षक, न ही प्रैक्टिकल कक्षाएँ
पढ़ाई के नाम पर पॉलिटेक्निक शिक्षक
या बी.टेक. छात्र ही
गेस्ट लेक्चरर बन जाते हैं,
जो होते हैं फ़ख्त कॉमेडियन और टाइम पास !
वहाँ तब होते हैं, सिर्फ राजनीतिक बातें
और प्रेम-प्रसंग लिए आश !
इंजीनियरिंग संस्थान ऐसे में-
लूटते हैं इन भावी इंजीनियर्स को
रुपये तो ऐंठते ही हैं,
खाने के नाम पर मेस सिर्फ रजिस्टर में
उनके बीच स्वाध्याय के सिवाय-
फ़ख्त गेस पेपर ही
होते हैं मित्र परीक्षा निकालने को !
बढ़ते जा रहे बी. टेक.
बढ़ती जा रही बेरोजगारी
रोजगार के अवसर है कम
इंजीनियर्स भूखे हैं,
जिनके कारण क्रिएशन है कम !
किन्तु बी. टेक. डिग्रीधारक क्रिएशन के नाम पर
बन रहे लेखक, चेतन भगत
यानी सबका यही गत !
यह न करें, तो क्या करें,
हे मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया महाराज !
पेट से पेट्रोल और पेट्रोलियम तक है यहाँ,
किन्तु यहाँ साइकिल पंचर की दुकान चलाने के-
कर्ज़ तक नहीं, बावजूद…
इस इंजीनियर्स डे में फिर भी
बड़ी शान से करूँगा चीयर्स,
क्योंकि हम हैं इंजीनियर्स !
हाँ, हम इंजीनियर आन -बान- शान हैं,
सुबह की चाय के साथ कहते हैं, फिर भी-
मेरा भारत महान है, महान हैं !”

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.